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Tuesday, 19 September 2017

Arvind Das of Belarahi (Madhubani) - an emerging media scholar with a difference


 Taking Media study to a new sky - Arvind Das


Arvind  Das
Today we are talking about a man of high calibre and low profile who is an erudite in mass communication and hails from a remote village of Bihar named Belarahi of Madhubani district. His academic path traversed from Economics (Graduate, DU) to Hindi literature (M.Phil, Doc, JNU),  IIMC, FTII, and then to Siegen Univ. (Germany). From a typical rustic background to a superbly sophisticated environs of Germany, he is an epitome of the saying that if Bihari decides for something,  he would put in all his mind, soul and body to achieve that.  He has made Bihar proud by his remarkable achievements in media studies and his recent comparative study of Religion, Politics and Media in Indian vis-a-vis German perspective has been making the rounds among Journalists of significance in national arena.  Arvind gives it all to his father Sri Aniruddh Das, who has been a man of immaculate character throughout his life and who remained undeterred even in the most trying circumstances. He is very attached to his mother, an idol of affection and is extremely thankful to his wife to whom he could take recourse to whenever he needed.

Arvind Das is a journalist and researcher, currently working at Infotainment Television (ITV), New Delhi, which produces current affairs programmes. Earlier a consultant for BBC, New Delhi, Das has a rich experience in print and electronic media. He is author of a book Hindi Mein Samachar (News in Hindi), co-edited Religion, Politics and Media: German and Indian perspectives and has presented several research papers on Indian media in national and international seminars. A graduate in Economics from University of Delhi, Das has a PG diploma in journalism from the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), New Delhi. Being a film enthusiast, he has also done a film appreciation course from the Film and Television Institute of India (FTII), Pune. He completed an MPhil degree in Hindi literature and a PhD thesis on Hindi journalism from Jawaharlal Nehru University (JNU), New Delhi. As a doctoral candidate in JNU, he also received a Junior Research Fellowship of the University Grants Commission (UGC). Later, he was awarded the German Research Foundation (DFG) Fellowship for pursuing post-doctoral work at Siegen University, Germany.
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E-mail of Arvind Kumar Das-  arvindkdas@gmail.com
Blog of Arvind Kumar Das- http://arvinddas.blogspot.in/
Author of this article- Hemant Das 'Him'
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Arvind with his father Sri Aniruddh Das. 
 










Thursday, 7 September 2017

रोहिणी और सुधांशु थापा का म्यूजिक एलबम -'येशु की दीवानी'

दो मस्ताने, येशु के दीवाने
भक्ति -सागर में डुबो देनेवाला म्युजिकल एलबम सुनिये
रोहिणी थापा (गायिका) अपने पति सुधांशु थापा (गीतकार) के साथ

गायिका रोहिणी थापा और गीतकार सुधांशु धापा के गीतों का ऑडियो एलबम येशु की दीवानी न सिर्फ भक्ति-भाव बल्कि संगीत की श्रेष्ठता की ओर बढ़ते कदम का भी एक उदाहरण है. इतनी कम उम्र में इस दम्पति ने यह एलबम जारी कर एक प्रतिमान स्थापित किया है जो अन्य युवा कलासाधकों के लिए अनुकरणीय कहा जा सकता है. इसमें दस गीत हैं. दूसरे गीत जिसे शान्ता टोप्पो ने लिखा है को छोड़्कर अन्य नौ गीत सुधांशु थापा ने लिखे हैं जो उदीयमान प्रतिभाशाली कवि हैं. बिना किसी बाधा के गाये जानेवाले भक्तिभाव से सराबोर इतने गीतों की रचना इस उम्र में कर डालना कोई आसान काम नहीं है. और रोहिणी की तो आवाज इतनी सधी हुई है कि कोई भी सुननेवाला ध्वनि तरंगों में डूबे बिना नहीं रहेगा. यह गायिका निश्चित रूप से झारखण्ड ही नहीं भारत में अपना यश फैलता हुआ देखेगी इसमें तनिक भी शक की गुंजाइश नहीं है. अधिकांश गीत पाश्चात्य संगीत पर आधारित हैं पर बीच-बीच में कुछ गीतों में भारतीय संगीत की भी पूरी झलक दिखती है. और चौथे गीत ऐ मेरे ईशु में तो कमाल ही हो गया है जब गायिका तबले की धुन पर भारतीय शास्त्रीय राग का सफल आलाप करती दिखती है वहीं गायक अपने पाश्चात्य संगीत के धुन पर आधुनिक शैली को प्रदर्शित कर रहा है. इस दोनो संस्कृतियों की जुगलबंदी बेजोड़ बन पड़ी है. अन्य गीतों में यदा-कदा भारतीय संगीत के तत्व पाश्चात्य संगीत के ताने-बाने को दृढ़ता प्रदान करते दिख रहे हैं. मात्र रु. 120/= में उपलब्ध यह एलबम ज्र्रूर सुना जाना चाहिए. और ऐसा कहना सिर्फ भकित-भाव के लिहाज से नहीं बल्कि संगीत साधना के  दृष्टिकोण से भी लाजमी है. 

Listen to the song तू मेरा है प्रभु

,मुख्य ब्लॉग पर जाकर सर्च करने के ओप्शन से सुधांशु थापा टाइप का करके देखिये और फोटो और रिपोर्ट.





सुधांशु थापा का लिंक- https://www.facebook.com/sudhanshu.thapa.3?lst=693098105%3A100000892540998%3A1504809520
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Sunday, 3 September 2017

आमंत्रण - 'रंगम' और 'हमनवाँ' द्वारा नाटक 'अजनबी' का मंचन कालिदास रंगालय, पटना में 4 सितम्बर को 6.30 बजे सायं

नाटक 'अजनबी' के मंचन में आप सादर आमंत्रित हैं. 
 दिनांक- 4 सितम्बर,2017 **  समय-6.30 सायं
स्थान- कालिदास रंगालय, गांधी मैदान, पटना




कृपया बिहारी धमाका ब्लॉग के Main Page पर जाना बिल्कुल न भूलें. 
उसका लिंक नीचे है-