महाराजाधिराज
लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा में दिनांक 24.01.2018 से
31.01.2018 तक संग्रहालय सप्ताह मनाया जाएगा | इस कार्यक्रम में चित्र प्रदर्शनी
तथा कार्यशाला का आयोजन करने की योजना है | स्थानीय लोगों,छात्रों
एवं अन्य विद्वानों को
आमंत्रित कर चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से अपने गौरवशाली धरोहर के विषय में
जानकारी दी जाएगी | चित्र प्रदर्शनी का आयोजन तीन प्रकार के थीम पर आधारित होगा |
पहले खण्ड में दरभंगा जिला के प्राचीन प्रतिमाओं के विषय में जानकारी होगी तो दूसरे
में इस क्षेत्र के हेरिटेज भवन के विषय में एवं तीसरे खण्ड में मिथिला पेंटिंग के
माध्यम से दहेज प्रथा एवं बालविवाह जैसी कुरीतियाँ एवं उसके निदान के विषय में
जानकारी रहेगी | इसके माध्यम से यह साबित करने का प्रयास किया जाएगा कि जब प्राचीन
मिथिला में नारी शिक्षा सुदृढ़ थी तो बालविवाह एवं दहेज प्रथा भी नहीं था | इस घटना
को चित्र के माध्यम से साबित किया जाएगा कि नारी शिक्षा को बढ़ाबा दे कर ही इनका
अंत किया जा सकता है | इसके लिए प्रसिद्ध मिथिला चित्रकारी विशेषज्ञा श्रीमती अलका
दास से सहयोग लिया जा रहा है | इसी तरह धरोहर भवन प्रदर्शनी के लिए प्रसिद्ध धरोहर प्रेमी श्री संतोष कुमार (ललित
नारायण मिथिला विश्वविध्यालय) एवं INTACH
से सहयोग लिया जाएगा | कार्यक्रम का दूसरा एवं महत्वपूर्ण पक्ष पुरालिपि
कार्यशाला का आयोजन होगा, जिसके अंतर्गत तिरहुता / मिथिलाक्षर से सम्बंधित पांच
दिवसीय कार्यशाला / प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा, इसके लिए कामेश्वर सिंह संस्कृत
विश्वविध्यालय के व्याकरण विभागाध्यक्ष तथा पुरालिपि विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ० शशिनाथ
झा एवं महावीर मंदिर, पटना के शोध एवं प्रकाशन पदाधिकारी पंडित
भावनाथ झा से सहयोग की सहमती मिल गयी है | कार्यशाला के लिए पंजीकरण 10 जनवरी से
20 जनवरी तक संग्रहालय में होगा, इसके लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक निर्धारित की
गयी है | संस्कृत, प्राचीन इतिहास तथा मैथिली विषय से सम्बंधित प्रतिभागियों तथा
शिक्षक एवं महिला को प्रशिक्षण के लिए प्राथमिकता दी जाएगी |
यह जानकारी डॉ० शिव कुमार
मिश्र, सहायक
संग्रहालयाध्यक्ष, महाराजाधिराज
लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा द्वारा प्राप्त हुई जिनका मोबाइल नम्बर है- 9835884843, 9122686586
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