ग़ज़ल-1
हर तीरगी में घुस के चिरागाँ करेंगे हम
बायाँ किया करेंगे वो दायाँ करेंगे हम।
सोये हुए थे चैन से अपनी लहद में जब
अबकी जगा दिया तो नुमायाँ करेंगे हम।
ज़ाहिर न होने देना तू अपनी खुशी कभी
सुन प्यार प्यार प्यार फ़ुरोजाँ करेंगे हम ।
उस्ताद तेरे काम को सबका सलाम है
दुनिया में तेरे नाम को याँ-वाँ करेंगे हम ।
वादा है तेरे साथ रहेंगे तमाम उम्र
शिकवे-गिले से भी न परेशां करेंगे हम ।
...
कवि - कैलाश झा किंकर
पता - क्रांतिभवन, कृष्णानगर,खगड़िया-851204
मो0- 8825144942
बेजोड़।
ReplyDeleteकवि की ओर से धन्यवाद।
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